बच्चो को पढ़ने के लिए प्रेरित करने का एक प्रयास
बच्चों को घर पर पढ़ाने का अनोखा तरीका ? आज के समय में बच्चों को पढ़ाना है या कुछ सिखाना कोई बड़ी बात तो नहीं है क्योंकि आजकल के बच्चे पहले से ही इतने सीखे हुए और समझे हुए होते हैं कि उन्हें कुछ भी बताना और सिखाना उसमें जरा भी टाइम नहीं लगता है। वैसे तो बच्चों को बहुत कुछ आता है लेकिन कितना सही कितना गलत आता है इस बात की पूरी जिम्मेदारी छोटे बच्चों के माता-पिता और उनके अध्यापकों की होती है। तो एक बच्चे के भविष्य के निर्माण में सबसे अधिक महत्वपूर्ण योगदान उसके अध्यापक और माता-पिता का होता है तो आप अपने बच्चे को किस तरह से बेहतर सिखा सकते हैं और किस तरह बच्चों का ध्यान पढ़ाई पर केंद्रित किया जा सकता है आज हम कुछ ऐसे ही आसान और जरूरी टिप्स आपको बताने वाले हैं। दिल जीते :- छोटे बच्चे अक्सर उन्हीं से बातचीत कर पाते हैं जो व्यक्ति उनके दिल को छू जाते हैं और उन्हें पसंद आने लगते हैं। छोटे बच्चों का दिल बहुत ही कोमल होता है वह जल्दी से किसी से दोस्ती नहीं करते हैं और एक बार यदि दोस्ती कर ले तो उसके साथ बहुत ज्यादा घुल मिल जाते हैं और उसकी हर बात मानते हैं। इसी छोटे बच्चों को